प्रदेश में सरकार पर आए संकट के साथ कई विधायकों के समीकरण भी बिगड़ गए हैं। तेजतर्रार विधायकों में गिनी जाने वाली पथरिया से बसपा विधायक रामबाई फिलहाल शांत हैं और अपने पत्ते नहीं खोल रही हैं। न वे कांग्रेस के विधायकों के साथ जयपुर गईं और न ही भाजपा के संपर्क में हैं, वे वर्तमान में अपने बेटे का इलाज कराने के लिए दिल्ली में पिछले तीन दिन से ठहरी हुईं हैं। गुरुवार को उन्होंने बताया कि ऐसी स्थिति में कुछ ही कहना ठीक नहीं होगा।
हम लोग निर्दलीय विधायकों की श्रेणी में हैं, इसलिए कुछ कहा नहीं जा सकता है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए इंतजार करना सबसे बेहतर होगा। दरअसल, कांग्रेस की सरकार को बसपा के समर्थन के चलते विधायक रामबाई का कद प्रदेश में बढ़ गया था। ऐसी संभावना जताई जा रही थी कि वे कांग्रेस की सरकार में दूसरी बार होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें जगह दी जाएगी। लेकिन, ऐन वक्त पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर सारे समीकरण बदल दिए।
सिंधिया समर्थक मंत्री और विधायकों ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जिससे, प्रदेश की कांग्रेस सरकार संकट में आ गई है। रामबाई ने बताया कि अभी सरकार की स्थिति स्पष्ट नहीं है, इसलिए वे कुछ नहीं कहना चाहती हैं। अभी बेटे का इलाज करा रही हैं, जब दमोह पहुंचेंगे तो आगे के कदम पर चर्चा करेंगे।
विधायक पीएल तंतुवाय की मां का निधन
हटा के भाजपा विधायक पीएल तंतुवाय की मां ललती बाई का गुरुवार शाम 5.30 बजे सिविल अस्पताल में निधन हो गया। वह 85 साल की थीं। इससे पहले तबियत बिगड़ने पर परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व गृह मंत्री और विधायक भूपेंद्र सिंह तक इसकी जानकारी भेजी गई। तब कहीं जाकर विधायक को सूचना मिली। इसके बाद विशेष विमान से विधायक को पहले सागर लाया गया, फिर वे वहां से अपने घर पहुंचे।